जिंदगी - एक चाल हैं भीतर का
अगर हमें अपना जिंदगी जीना हैं तो पहले हमारा अंकोको खुलके भीतर देखना हैं।ये बात हमें हर पल में ज्ञात रख लिया तो पूरा संसार बदल हो जायेगी अपना।
हर एक व्यक्ति करताहै कोशिश
हर एक व्यक्ति करता हैं कोशिश
पर एक पलमें वो जाता हैं खुदसे भाग।
जीबर के देना है शोभा स्वयं संसारको
जीबर के देना है शोभा स्वयं संसारको
मुसीबत में न फसाके वुडना हैं असमांताक् को।
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